Thursday, February 21, 2013

इंटरनेट पर बचाव के पांच नुस्खे!

1- ईमेल

ईमेल दुनियाभर से संपर्क स्थापित करने का एक बेहतरीन ज़रिया है लेकिन आपका क्लिक करें ईमेल एकाउंट कई तरह से घातक भी साबित हो सकता है. ईमेल के ज़रिए आपके कंप्यूटर और निजी तौर पर आपको कई तरह के नुकसान पहुंचाए जा सकते हैं.
  • इंटरनेट पर अपने ईमेल को सुरक्षित बनाने के लिए अज्ञात स्रोत से आए ‘स्पैम’ यानी गैर ज़रूरी ईमेल को न खोलें.
  • जिन ईमेल पतों पर अंग्रेज़ी के गलत या बहुभाषी अक्षर लिखें हों, जिनके विषय भी ऐसे हों उन्हें बिना पहचाने क्लिक करना भी खतरनाक हो सकता है.
  • इस तरह के ईमेल से आए डॉक्यूमेंट पढ़ने की कोशिश न करें.
  • गैर ज़रूरी ईमेल के भीतर ‘रिमूव’ का विकल्प दिखने पर भी उसके ज़रिए ईमेल को नष्ट न करें.

2- पासवर्ड

  • इंटरनेट पर हर व्यक्ति की पहचान उसके पासवर्ड के ज़रिए होती है. इसके लीक होते ही आपकी निजी जानकारियां सार्वजनिक हो सकती हैं. पासवर्ड के ज़रिए अपराधी इन जानकारियों का गलत इस्तेमाल भी कर सकते हैं.
  • जहां तक संभव हो इंटरनेट पर अपनी हर जानकारी को पासवर्ड से सुरक्षित करें.
  • पासवर्ड बड़े और छोड़े अक्षरों सहित अंकों का मिलाजुला रुप होना चाहिए. पासवर्ड जितना कठिन होगा उसे भेदना उतना ही मुश्किल.
  • अपने पासवर्ड को इंटरनेट पर सोच समझकर ज़ाहिर करें. अनजान वेबसाइट पर पासवर्ड लिखना खतरनाक हो सकता है.
  • समय–समय पर अपने पासवर्ड बदलते रहें. एक ही पासवर्ड कई जगह इस्तेमाल न करें

3- इंटरनेट पर जालसाज़ी

साइबर अपराधी इंटरनेट पर लोगों को अपना शिकार बनाने की फ़िराक में रहते हैं. उनसे बचने के लिए कई तरह के क़दम उठाने ज़रूरी हैं.
  • पैसों से लेन-देन से जुड़े कई तरह के ईमेल आमतौर पर अकाउंट में आते हैं. विदेशियों का ज़िक्र लिए इन ईमेल के जवाब में कोई जानकारी न भेजें.
  • लोन देने, चैरिटी के लिए पैसा मांगने, बकाया पैसा लौटाने और लॉटरी से जुड़े ईमेल आमतौर पर लोगों को फंसाने का ज़रिया होती हैं. इनका जवाब भेजने और जानकारियां मांगने के बजाय इनके बारे में साइबर अपराध शाखा को सूचित करें.

4- वायरस से बचाव

वायरस तकनीकी भाषा में लिखा गया वो प्रोग्राम है जो व्यापक स्तर पर कंप्यूटर को नुकसान पहुंचाने की दृष्टि से बनाया जाता है. इसके ज़रिए कोई इंटरनेट पर आपकी पहचान चुरा सकता है.
  • वायरस से बचने के लिए अनजान स्रोत से आई जानकारियों को क्लिक न करें.
  • अपने कंप्यूटर पर वायरस से बचाव करने वाले सॉफ्टवेयर यानी एंटीवायरस डाउनलोड कर रखें.
  • कंप्यूटर से जुड़े किसी भी बाहरी उपकरण को इस्तेमाल से पहले वायरस के लिए जांच लें. हर कंप्यूटर में ये सुविधा उपलब्ध होती है.
  • इंटरनेट पर मौजूद मुफ्त फिल्में, गाने और सॉफ्टवेयर आमतौर पर वायरस से संक्रमित होते हैं. ऐसा करते समय विशेष रुप से ध्यान रखें.

5- सार्वजनिक जगहों पर कंप्यूटर का इस्तेमाल

सार्वजनिक रुप से उपलब्ध इंटरनेट यानी वाई-फाई वायरस जैसे खतरों का सबसे बड़ा स्रोत हो सकता है. इसके ज़रिए कोई आपकी निजी जानकारियां पढ़ सकता है.
  • सार्वजनिक जगहों पर कंप्यूटर का इस्तेमाल करते हुए किसी भी तरह के अनजान संदेश को स्वीकार न करें.
  • अनजान, अजीबोगरीब लिंक पर क्लिक करने से बिना आपकी इजाज़त भी कंप्यूटर की जानकारियां स्रोत तक पहुंच सकती हैं.
  • जहां तक संभव हो अपने बैंक खातों से जुड़ी जानकारियां अनजान वेबसाइट पर न डालें.

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